Battery kya hota hai : जानिए पूरा जानकारी

आपने कभी सोचा है क्या आपका Smartphone पुरे दिन कैसे चालू रहता है? सुबह आपकी गाड़ी कैसे स्टार्ट्स होती है ? या अँधेरी रत में Flashlight कैसे काम करता है? इन सभी के चमत्कारों का जवाब एक शक्तिशाली अविष्कार में निहित है –बैटरी।

Batteries


आइए आज के इस लेख़ में वास्तव से जानें की बैटरी क्या होता है, और यह कैसे काम करता है और यह हमारे दैनिक जीवन और भविष्य में इतनी महत्वपूर्ण भूमिका क्यों निभाती है ?

Battery kya hota hai? हिन्दीं में

सरल शब्दों में कहे तो, बैटरी एक ऐसा उपकरण (Device) है, जो विद्युत ऊर्जा भंडारण के रूप में काम करता है। और यह आवश्यकता पड़ने पर रासायनिक ऊर्जा (Chemical Energy) को विद्बत ऊर्जा (Electrical Energy) में परिवर्तित करके बिजली के रूप में छोड़ता है

इसका उपयोग बिजली से चलने वाले उपकरणों को ऊर्जा प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह सभी प्रकार के Electronics मशीनों चाहे वे बड़ी हों या छोटी, सभी के लिए पावर बैंक की तरह काम करता है।आआ
बैटरी कैसे काम करती है?आमतौर पर एक बैटरी में तीन मुख्य घटक होते हैं: जैसे

Anode (Negative side)

Cathode (Positive side) और

Electrolyte (यह एक ऐसा माध्यम है, जिसके माध्यम से आयन प्रवाहित होते हैं)।

जब बैटरी का उपयोग किया जाता है, तो उसके भीतर एक रासायनिक अभिक्रिया होती है, जो इलेक्ट्रॉनों को Anode से Cathode की ओर प्रवाहित करती है। यह इलेक्ट्रॉनों की गति एक विद्युत प्रवाह उत्पन्न करती है, जो हमारे उपकरणों को ऊर्जा प्रदान करती है।

इलेक्ट्रॉन को एक बहते हुए पाइप की पानी के तरह समझ सकते है। जो बैटरी के आतंरिक घटक दबाव बनाते हैं जो उन्हें Circuit से धकेलता है।

Battery का इतीहास ।

इस का इतिहास एक विद्युत रासायनिक सेल के विकास है। Battery सोब्दो का प्रोयाग पहले बार American बैगानिक Banjamin Franklin ने सन् 1749 कि द्श्क में किया था। जोब वह Electrical प्रयोगों के लिये वे 'Linked Capacitors' का प्रयोग करके lighting करने को कोशिश कर रहि थे । उन को उन्होने 'बैटरी' की संज्ञा दी।

लेकिन आधूनिक दुनिया में हुये Battery कि आबिष्कार के बाद करे तो उसका Credit जाता है, एक इतालि माली वैज्ञानिक Alessandro Volta को। जिन्होने सन् 1799 कि द्शक में दुनिया कि पहली सच्ची बैटरी का आविष्कार किया था, जिसे Voletic Pile के रूप में जाना जाता है। इस के बाद कोइ लग ने अलग अलग समय में अलग अलग बैटारी का आबिष्कार किया गया है।

बैटरियों के सामान्य प्रकार

Primary Battery :इस प्रकार के वैटारीयों Non-Rechargeable होती है जो एक ही बार प्रयोग करने की लिए बनाई जाती हैं। इनमें Stored energy समाप्त हो जाने के बाद इन्हें दोबारा उपयोग नहीं किया जा सकता है। इसलिए इन्हें बदलना आवश्यक होता है।

उदाहरण: रिमोट कंट्रोल, घड़ियों और खिलौनों में उपयोग की जाती हैं।

Secondary Battery : ये समय के साथ- साथ अधिक Environment friendly और Cost Effective होती हैं क्योंकि इन्हें बार-बार चार्ज किया जा सकता है।

उदाहरण: लिथियम-आयन (Li-ion) बैटरी जो स्मार्टफ़ोन, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक कार आदि में पाया जाता है।

हम बैटरी का उपयोग कहां करते हैं?

बैटरियाँ आज लगभग हर स्थान पर मौजूद हैं और चुपचाप हमारे चारों ओर की दुनिया को ऊर्जा प्रदान करती हैं। इनके कुछ सामान्य उपयोग इस प्रकार हैं:

मोबाइल डिवाइस: स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि

वाहन: कार, बाइक और इलेक्ट्रिक वाहन (EV)

चिकित्सा उपकरण: पेसमेकर, श्रवण यंत्र जैसे उपकरण

आपातकालीन बैकअप: टॉर्च, यूपीएस सिस्टम आदि

नवीकरणीय ऊर्जा भंडारण: सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा प्रणालियाँ

इन क्षेत्रों में बैटरियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और हमारे दैनिक जीवन को सुचारु बनाए रखने में मदद करती हैं।

बैटरी को "अच्छा" क्या बनाता है?

सभी बैटरियाँ एक जैसी नहीं होतीं है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण शब्द दिए गए हैं जो आपको मिल सकते हैं:

• Capacity : यह बैटरी में संग्रहित की जा सकने वाली कुल ऊर्जा की मात्रा को दर्शाती है।

• Voltage : विद्युत प्रवाह का बल।

• Energy Density: बैटरी अपने आकार के सापेक्ष कितनी ऊर्जा रखती है।

• Cycle Life : बैटरी को कितनी बार चार्ज किया जा सकता है और फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है।

• Discharge Time: बैटरी को कितनी जल्दी रिचार्ज किया जा सकता है।

पर्यावरण पर प्रभाव और सुरक्षाबैटरी अविश्वसनीय रूप से उपयोगी हैं, लेकिन वे चुनौतियों के साथ भी आती हैं:

• निपटान: बैटरियों को कूड़े में फेंकने से पर्यावरण को नुकसान हो सकता है। उनमें धातु और रसायन होते हैं जिन्हें विशेष हैंडलिंग की आवश्यकता होती है।

• पुनर्चक्रण: कई जगह कचरे को कम करने में मदद करने के लिए बैटरी पुनर्चक्रण कार्यक्रम प्रदान करते हैं।

• सुरक्षा: कुछ बैटरियाँ, विशेष रूप से लिथियम-आयन, क्षतिग्रस्त होने या अनुचित तरीके से उपयोग किए जाने पर ज़्यादा गरम हो सकती हैं या आग पकड़ सकती हैं। सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करना और क्षतिग्रस्त बैटरियों का उपयोग करने से बचना महत्वपूर्ण है।

बैटरी तकनीक के लिए आगे क्या है?

बैटरी का भविष्य रोमांचक है। वैज्ञानिक सॉलिड-स्टेट बैटरी पर काम कर रहे हैं जो सुरक्षित होने, लंबे समय तक चलने और तेज़ी से चार्ज होने का वादा करती हैं। अन्य लोग सोडियम-आयन और फ्लो बैटरी के साथ प्रयोग कर रहे हैं, जो सस्ती और अधिक टिकाऊ हो सकती हैं।

जैसे-जैसे हम स्वच्छ ऊर्जा और इलेक्ट्रिक परिवहन की ओर बढ़ रहे हैं, बैटरी कार्बन उत्सर्जन को कम करने और अधिक टिकाऊ दुनिया का समर्थन करने में और भी बड़ी भूमिका निभाएंगी।

निष्कर्ष

बैटरी को देखने में छोटी और साधारण वस्तु लग सकते है लेकिन वे आधुनिक जीवन के शक्तिशाली प्रवर्तक हैं। इसे हम जोड़े हुये होते है मशीनों को चालू रखने के लिए और यह वैश्विक को बदलाव में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

0 टिप्पणियाँ